हमारी सबसे बड़ी आशा अनन्त जीवन प्राप्त करना है। हमारे लिए परमेश्वर के वादे से लेकर अनन्त जीवन को जानने के लिए और अनन्त जीवन पाने के मार्ग को खोजने के लिए इन बाइबल आयतों को पढ़ें।
"क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए" (यूहन्ना 3:16)।
"परन्तु जो कोई उस जल में से पीएगा जो मैं उसे दूँगा, वह फिर अनन्तकाल तक प्यासा न होगा; वरन् जो जल मैं उसे दूँगा, वह उसमें एक सोता बन जाएगा, जो अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा" (यूहन्ना 4:14)।
"मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, जो मेरा वचन सुनकर मेरे भेजनेवाले पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है, और उस पर दण्ड की आज्ञा नहीं होती परन्तु वह मृत्यु से पार होकर जीवन में प्रवेश कर चुका है" (यूहन्ना 5:24)।
"जीवन की रोटी जो स्वर्ग से उतरी मैं हूँ। यदि कोई इस रोटी में से खाए, तो सर्वदा जीवित रहेगा; और जो रोटी मैं जगत के जीवन के लिये दूँगा, वह मेरा माँस है" (यूहन्ना 6:51)।
"मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं, और मैं उन्हें जानता हूँ, और वे मेरे पीछे-पीछे चलती हैं। और मैं उन्हें अनन्त जीवन देता हूँ, और वे कभी नाश नहीं होंगी, और कोई उन्हें मेरे हाथ से छीन न लेगा" (यूहन्ना 10:27-28)।
"मैं तुम से सच-सच कहता हूँ, कि यदि कोई व्यक्ति मेरे वचन पर चलेगा, तो वह अनन्तकाल तक मृत्यु को न देखेगा" (यूहन्ना 8:51)।
"यीशु ने उससे कहा, 'पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूँ, जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए, तो भी जीएगा। और जो कोई जीवित है, और मुझ पर विश्वास करता है, वह अनन्तकाल तक न मरेगा। क्या तू इस बात पर विश्वास करती है?'" (यूहन्ना 11:25-26)।
"क्योंकि मेरे पिता की इच्छा यह है, कि जो कोई पुत्र को देखे, और उस पर विश्वास करे, वह अनन्त जीवन पाए; और मैं उसे अन्तिम दिन फिर जिला उठाऊँगा'" (यूहन्ना 6:40)।
"जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है; परन्तु जो पुत्र की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, परन्तु परमेश्वर का क्रोध उस पर रहता है" (यूहन्ना 3:36)।
"और जिसकी उसने हम से प्रतिज्ञा की वह अनन्त जीवन है" (1 यूहन्ना 2:25)।
स्रोत: यीशु मसीह का अनुसरण करते हुए
"विषय के अनुसार बाइबल के पद" और "बाइबल अध्ययन" खंडों में दैनिक भक्ति संसाधनों का उपयोग करने के लिए आपका स्वागत है, ये आपके आध्यात्मिक जीवन को समृद्ध कर सकते हैं।
बाइबल में लिखा है, "जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है; परन्तु जो पुत्र की नहीं मानता, वह जीवन को नहीं देखेगा, परन्तु परमेश्वर का क्रोध उस पर रहता है" (यूहन्ना 3:36)।(© BSI) सू यू का मानना है कि प्रभु यीशु में विश्वास रखना पुत्र में विश्वास रखना है और वह अनंत जीवन को प्राप्त कर सकती है। लेकिन जब बहन लिंग कहती है कि उसकी समझ अधूरी है, तो सू यू उलझन में पड़ जाती है, और लिंग से बहस करने लगती है… तो, पुत्र में सच्ची आस्था क्या है? "जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है" का क्या मतलब है?
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Atul Bharti (Tuesday, 08 September 2020 09:15)
Very nyc. God � bless you