सत्य के उद्धरण

परमेश्वर कहते हैं:"यदि तुम दिन के दौरान एक या दो घंटे एक सच्चे आत्मिक जीवन के प्रति समर्पित कर सकते हो तो उस दिन तुम्हारा जीवन समृद्ध अनुभव करेगा और तुम्हारा हृदय चमकदार और स्पष्ट होगा।"
परमेश्वर कहते हैं, "तुम्हें पता होना चाहिए कि यह अंत के दिन हैं। शैतान, दहाड़ते हुए शेर की तरह घूम रहा है और ऐसे लोगों की तलाश कर रहा है जिन्हें वह फाड़ खाये। सभी तरह की आपदाएं घटित हो रही हैं और कई प्रकार की बुरी आत्माएं उपस्थित हैं। केवल मैं सच्चा परमेश्वर हूं; केवल मैं तुम्हारी शरण हूं।"
परमेश्वर कहते हैं:"सच्चाई के साथ प्रार्थना करने के बाद, अपने हृदय में तुम शांतिपूर्ण, और आभारी महसूस करोगे; परमेश्वर से प्रेम करने की सामर्थ्य बढ़ जाएगी, और तुम महसूस करोगे कि तुम्हारे जीवन में परमेश्वर से प्रेम करने से अधिक योग्य और महत्वपूर्ण कुछ नहीं है—और यह सब प्रमाणित करेगा कि तुम्हारी प्रार्थनाएँ प्रभावशाली रही हैं।"
परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर की दया और सहनशीलता को प्राप्त करना बिल्कुल भी कठिन नहीं है; वह एक व्यक्ति से सच्चे पश्चाताप की अपेक्षा करता है।"